Menu
blogid : 23100 postid : 1110465

पगली

बिखरे मोती
बिखरे मोती
  • 40 Posts
  • 28 Comments

“पगली आ गयी ! पगली आ गयी !” चिल्लाकर बच्चों ने पूरी गली को सिर पर उठा लिया I

देखते ही देखते गली में औरतों और पुरुषों का अच्छा खासा मजमा जुड़ गया I

सभी पगली को देख कर आनंदित हो रहे थे और पगली बस थी कि अपने में ही मग्न कुछ बडबडा रही थी I

तभी एक महिला ने अपनी बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करते हुए उस पगली से पूछा , “ अरी ! तेरी शादी ना हुई क्या अभी तक ?”

उसके इस प्रश्न पर उसके साथ वालियां खिलखिला कर हँस पड़ी I

लेकिन पगली शादी विवाह के इस प्रश्न में न उलझ कर अपने में ही व्यस्त रही I

तभी एक बालक पगली की बांह में चिकोटी काट कर भागा I

“तेरे सब खानदान वाले मर जाए , कह कर पगली ने बच्चे पर अपना क्रोध प्रदर्शित किया I

भीड़ में मौजूद बच्चे की दादी को पगली की यह बात बड़ी नागवार गुज़री और वह चिल्ला कर बोली , “ पागल हो गयी है क्या ! बच्चे ने जरा सी चिकोटी क्या काट ली तू तो पूरे खानदान को ही कोसने लगी I”

अचानक किसी शैतान बालक द्वारा फेंका गया पत्थर जोर से आकर पगली की पीठ से टकराया I उसके मुहं से एक चीख निकल गयी I दर्द के कारण उसकी  आँखों  में आंसू आ गए I अश्रुपूर्ण आँखों से उसने लोगों की ओर  देखा I वें सब उसकी बेबसी पर जोर –जोर से हँस कर आनंदित हो रहे थे I

पगली अपने स्थान से उठी और पीठ को हाथ से दबाये एक अंजान मंजिल की तरफ बढ़ गयी I

बच्चों को यदि छोड़ भी दिया जाये तो वहां यह निर्णय करना कठिन था कि पागल कौन है वह पगली या वें स्त्रियाँ और पुरुष जो उस पगली को पीड़ा में देख कर भी आनंदित हो रहे थे I

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh