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असम चुनाव २०१६ – मेरा अनुमान एवं विश्लेषण

बिखरे मोती
बिखरे मोती
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असम के चुनाव – मेरा एक अनुमान एवं विश्लेषण

4 अप्रैल’16 एवं 11 अप्रैल’16 को असम में विधान सभा की कुल 126 सीटों पर मतदान के बाद वहां के मतदाता विभिन्न दलों के प्रत्याशियों का भविष्य निश्चित कर देंगे लेकिन जनता ने किसे अपना प्रतिनिधि चुना इसका फैसला 19 मई’2016 की मतगणना के बाद ही हो पायेगाI  चारों ओर अनुमानों का बाज़ार गरम है जिसमें विभिन्न संस्थाएं / एजेंसियां ओपिनियन पोल द्वारा तड़का लगा कर माहौल को और उत्तेजक बना रही हैI बावजूद इसके कि ज्यादातर पिछले कई चुनावों में ओपिनियन पोल के आंकड़ों और चुनाव के अंतिम परिणामों में धरती आसमान का फर्क रहा है लेकिन फिर भी सब लोग ओपिनियन पोल के नतीजों को बड़े चाव से देखते परखते हैI ओपिनियन पोल के नतीजों को एक सिरे से खारिज करने वाली राजनीतिक पार्टियां भी चुपचाप इनके के आधार पर अपनी चुनावी रणनीतियों में  बदलाव किया  करती हैंI असम के चुनावों को लेकर कुछ ओपिनियन पोल करने वाली एजेंसियों के अनुमान इस प्रकार है :-

पार्टी

by ABP-Nielsen

Media Agency AVC

C-Voter

2011 चुनाव

कांग्रेस

53

36

40

78

बीजेपी +

एजीपी

बीपीऍफ़

55

78

61

27  *

यू डी एफ

12

10

25

18

अन्य

6

2

3

कुल

126

126

126

126

* बीजेपी का गठबंधन नहीं था  बीजेपी-५ असम गन परिषद् -10 और बोडो पीपल फ्रंट -12

उपरोक्त ओपिनियन पोल को देख कर यह बताना किसी के लिए भी मुश्किल है की असम के चुनावी नतीजे क्या होगेI मैंने इन डाटा का उपयोग करते हुए तीन सूत्री आकलन तकनीक जो एक अनुमानित संभाव्यता वितरण पर आधारित है और बहुत ही सीमित आंकड़ों जिनमें आपस में बहुत अंतर हो के आधार पर भविष्य की घटनाओं, के परिणाम का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रबंधन और सूचना प्रणाली में उपयोग की जाती है के आधार कुछ नए अनुमान निकालने का प्रयास कियाI तीन सूत्रीय आकलन में हर वितरण के लिए तीन अंक निकाले जाते है जो पूर्व अनुभव या अनुमान पर आधारित होते है I

a = the best-case estimate

m = the most likely estimate

b = the worst-case estimate

अंतिम अनुमान इस सूत्र से निकला जाता है :-

E = (a + 4m + b)/6

ओपिनियन पोल के आंकड़ों को उपरोक्त सूत्र में प्रयोग करने के लिए मैंने निम्न धारणाओं  (assumptinons) का सहारा लिया हैI

1    .  किसी भी दल के लिए चार अंकों में से (ABP-Nielsen , Media Agency AVC , C-Voter और 2011 के चुनावों के परिणाम ) सबसे ज्यादा वाले को सबसे अच्छा अनुमान ( the best-case estimate) माना गया हैI  उदाहरण के लिए कांग्रेस के लिए a = 78

2    . किसी भी दल के लिए सबसे कम संख्या को सबसे खराब अनुमान( b = the worst-case estimate) माना गया है I

3    . शेष बची हुई संख्याओं के औसत को सबसे ज्यादा संभावित  ( m = the most likely estimate) अनुमान माना गया है

ऊपर की धारणाओं के अनुसार निम्न अनुमान सामने उभर कर आते है :-

कांग्रेस   :- (78 + (4x 93/2)+ 36)/6    = 50

बीजेपी + :- (78 + (4x 116/2 )+ 27 )/6 = 56

यू डी एफ :– (25 +(4 x 30/2) +10 )/6   = 16

अन्य    :-  (6 + 4 x 2 +3 )/6        =  3

कुल :-        =125

इस तरह से कुल 125 सीटों का अनुमान सामने उभर कर आता हैI

इन अनुमानों के हिसाब से भी बीजेपी+ और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने का अनुमान लगता है I लेकिन दोनों ही सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होंगीI सरकार बनाने में मुख्य भूमिका यू डी एफ जिसका का झुकाव निश्चित तौर पर कांग्रेस की ओर है की होगीI ऐसा ही अनुमान ओपिनियन पोल से भी उभर कर सामने आता हैI

उपरोक्त अनुमान से हटकर   और राज्य की वर्तमान स्थिति के अनुसार मुख्यमंत्री श्री गोगोई की जनता में अच्छी छवि के बाद भी कांग्रेस को कम सीटें मिलना इसकी सरकार द्वारा पिछले दस वर्षों में राज्य में विकास के नाम पर अधिक  कुछ न कर पाना ही मुख्य कारण हो सकता हैI बीजेपी का आधार राज्य के आदिवासियों क्षेत्रों में बहुत कम हैI  इस वोटों में बढ़ोतरी केवल बांग्लादेश से आये अनधिकृत मुसलमानों के मुद्दे को शहरी जनता के बीच उठाकर ही हो सकती हैI देखना होगा की बीजेपी इस तुरुप के पत्ते को कैसे खेलती है I बीजेपी और असम गण परिषद दोनों पार्टियों को अपने अन्दर के अंतरकलह पर भी ध्यान देना होगाI विकास का मुद्दा बीजेपी को असम में वोट दिलाने में ज्यादा सफल नहीं हो पायेगा ऐसा मेरा मानना हैI लेकिन अंतिम परिणाम क्या होगा यह तो भविष्य ही बतलायेगाI

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